सेवा में,
प्रधानमंत्री जी (मुख्यमंत्री जी उतर प्रदेश शासन)
’महामारी संक्रमण काल में भी पत्रकारों का उपेक्षापूर्ण अपमान क्यों तत्काल पत्रकारो को मेडिकल बीमा 50 लाख व घरो के चूल्हे जलाने हेतु आर्थिक मददगार बने सरकार सभी पत्रकार को 50 हजार माह दे।
लोकतन्त्र में अघोषित चौथे स्तम्भ के तमग़े का बख़ूबी निर्वहन कर रहे पत्रकार समुदाय ने समूचे देश में कोरोना वायरस के वैश्वि क संक्रमण काल में भी निःस्वार्थ भाव से अपनी भूमिका का कुशलतापूर्वक निर्वहन जारी रखा है। यहाँ पर आपको यह बताना ज़रूरी है कि पत्रकारिता के महामिशन से जुड़े 95 फ़ीसदी अलग सोच के लोग विशुद्ध सेवाभाव से बग़ैर किसी पारिश्रमिक व पारितोषिक के अपने उद्देश्य पर अमल करते रहे है। पिछले दिनो राष्ट्र के नाम अपने सम्बोधन में आपने दोनो बार मीडिया के लोगों की सेवा भाव का ज़िक्र किया जो हम सब का उत्साहवर्धन करने वाला है।
मीडिया वर्ग का हमेशा से सरकारी योजनाओं का बेहतर ढंग से प्रचार-प्रसार व व्यापक जनजागरण ही मूल उद्देश्य रहा हैं किंतु अत्यंत खेद का विषय है कि सरकारो द्वारा मीडिया के सेवा-भाव को कभी भी काग़ज़ों में सम्मान नहीं दिया गया। आपकी सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण काल में सेवाभाव के साथ जुटे सरकारी स्वास्थ्य व सफ़ाई तन्त्र आदि से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का 50 लाख का जीवन बीमा कराने की घोषणा की है जो सराहनीय है किन्तु अपनी जान-जोखिम में डालकर इस संक्रमण काल में भी दिन-रात जनमानस को जागरूक करने और सरकार के प्रयासों, निर्णयों और कार्यों को जन-जन तक पहुँचा रहे पत्रकारो के जीवन का क्या सरकार की नज़र में कोई मोल नहीं रहा। आपने जिस सरकारी तन्त्र के लोगों का जीवन बीमा कराने का निर्णय लिया है, उनको सरकार भरपूर पारिश्रमिक देती है। सम्बंधित विभाग से उनको जीवन रक्षा कवच स्वरुप एक बड़ी धनराशि का बीमा भी होता है। इसके अलावा उन्हें तमाम सरकारी योजनाओं का अतिरिक्त लाभ भी मिलता है। बावजूद इसके उनके अतिरिक्त बीमा कवर की घोषणा सरकार की अच्छी सोच और संबंधितो के अतिरिक्त सेवाभाव का परिचायक हो सकता है किंतु इससे इतर मीडिया जगत की उपेक्षा स्वस्थ लोकतन्त्र के कही से हित में नहीं है!
आदरणीय महोदय आप अवगत होंगे कि 95 फ़ीसदी पत्रकार चाहे वह इलेक्ट्रानिक मीडिया से जुड़ा हो या प्रिन्ट मीडिया का महत्वपूर्ण अंग हो वह बग़ैर किसी पारिश्रमिक के विशुद्ध सेवाभाव से जनमानस के हितार्थ काम करता है, जिसे पारितोषिक तक नसीब नहीं होता! कानपुर दक्षिण प्रेस क्लब उत्तर प्रदेश आपकी सरकार से इस संक्रमण काल में अपना व अपने परिवार का जीवन दाँव पर लगाकर विशुद्ध पत्रकारिता के उद्देश्य को बग़ैर किसी लाभ के मुक़ाम तक पहुँचाने में जुटे पत्रकारों के जीवन रक्षा कवच स्वरुप कम से कम 50 लाख का जीवन बीमा कराने की तत्काल घोषणा किये जाने की अपेक्षा करता है। साथ ही विशुद्ध पत्रकारो व उनके परिवारों के जीवन यापन की दिशा में भी सरकार से यथा-उचित निर्णय लेने की महती आवश्यकता है। आपसे अपेक्षा है कि उपरोक्त सन्दर्भ में ग्रह एवं मंत्रालय को त्वरित कार्यवाही करने का निर्देश देंगे।
भवदीय - (धीरेन्द्र कुमार गुप्ता)
अध्यक्ष
कानपुर दक्षिण प्रेस क्लब
मो0 - 9506397847
कानपुर दक्षिण प्रेस क्लब का भारत सरकार को स्मरण पत्र