100 से 150 महिलाएं प्रतिदिन कर रही है काम लॉक डाउन से हो रहा है खिलवाड़ इसका जिम्मेदार कौन खुद फैक्ट्री मालिक या प्रशासन
कामाख्या इंटरप्राइजेज एंड तिरंगा अगरबत्ती उड़ा रही हैं सीएम और पीएम के आदेशों की धज्जियां
कानपुर। पूरी दुनिया समेत भारत के प्रत्येक राज्य वैश्विक महामारी नोबल कोरोना वायरस के संक्रमण से डरी हुई है। देश के प्रधानंमंन्त्री नरेन्द्र मोदी ने हाथ जोडकर देशवासियो से लॉक डाउन का पालन करने की अपील की है लोगो को लग रहा है कि देश मे एक बड़ी जनहानि हो सकती हैं। लेकिन आज भी प्रशासनिक अमले के कुछ लोग अपना निजी आर्थिक स्वार्थ साधने के लिये लोगो के जीवन से खिलवाड़ कर रहे है। रेलबाजार स्थित तिरंगा फैक्ट्री में आज उस समय हड़कम्प मच गया जब क्षेत्रीय लोगो ने प्रशासन को सूचना दी कि तिरंगा फैक्ट्री में लगभग 200 महिलाएं प्रति दिन काम कर रही है और जनता कर्फ्यू की शुरुवात से ही प्रतिदिन लगतार अगरबत्ती व धूप बत्ती का उत्पादन जारी है। कुछ कामगार महिला मजदूरों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फैक्ट्री मालिक नरेन्द्र शर्मा कहते हैं कि अगर काम नही करोगे तो वेतन नही दिया जाएगा। ऐसे में सवाल उठता है कि किसकी शह पर फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। यह जांच का विषय है जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट आदेश है कि खाद्य सामग्री के अलावा कोई भी यूनिट का संचालन नही किया जाएगा।
क्या कहा हाईकोर्ट के अधिवक्ता एवं संयुक्त अधिवक्ता महासंघ के अध्यक्ष व किदवई नगर समाचार के लीगल एडवाइजर श्री शिव सेवक गुप्ता जी ने
‘‘जिलाधिकारी के निर्देशानुसार सोशल डिस्टेंस के 1 मीटर के फासले का नहीं किया जा रहा पालन.. हो रहा है भरपूर उल्लंघन’’ जब कि मंदिर के कपाट भी बंद है।