गुड पुलिसिंग पालिसी न होने के नतीजे देखने को मिले
कानपुर। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर नगर के केंद्रीय कार्यालय मैं नगर अध्यक्ष आशीष चौबे के नेतृत्व में प्रसपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने देश व प्रदेश में बेतहाशा अपहरण करने के उपरांत बलात्कार की जघन्य घटनाओं के खिलाफ पुरजोर आवाज उठाते हुए एक कैंडल मार्च निकाला गुस्से से भरे प्रसपा कार्यकर्ताओं ने एक हाथ में कैंडल और दूसरे हाथ में हाथ में महिलाओं वाली सैंडल लेकर प्रदर्शन किया यह प्रदर्शन प्रसपा के केंद्रीय कार्यालय अशोक नगर से चल कर एक सभा के रूप में राजीव वाटिका मोतीझील में समाप्त हुआ । हैदराबाद मैनपुरी कानपुर देहात कानपुर नगर में हुई सैकड़ों बलात्कार की घटनाओं पर अपनी टिप्पणी देते हुए और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व मंत्री शिव कुमार बेरिया ने कहा कि सम्पूर्ण भारत में बलात्कार की बढ़ती घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि देश व उत्तर प्रदेश में कानून का नहीं बल्कि 'राक्षस राज' है।
महानगर अध्यक्ष आशीष चौबे ने कहा मोदी जी और योगी जी अब थक चुके हैं। देश व प्रदेश की सत्ता अब उनसे संभल नहीं रही है। उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में हो रहे बलात्कार की घटना से आम जनमानस घबराया हुआ है । पीड़ितों की परेशानियों को लेकर आज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी मौन है । यह वही लोग हैं जो सत्ता में नहीं थे तो तत्कालीन सरकारों को आड़े हाथ लेते थे धरना प्रदर्शन आंदोलन करते थे बेटी बचाओ की आवाज को बुलंद करते थे और आज हम प्रसपा वालों को मजबूरन कैंडल मार्च प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया कानपुर नगर की ओर से निकालना पड़ा। क्योंकि यह अंधी और बहरी सरकार बलात्कार जैसे जघन्य हत्या को कोई हल्का अपराध मानती है। किसी की बहन किसी की बेटी किसी की पत्नी किसी की मां की आत्मा बलात्कार की घटना के बाद तार-तार हो जाती है उस परिवार की ओर लोग अजीब निगाहों से देखते हैं उस लड़की का नाम मरणोपरांत बार-बार दिया जाता है मानवता रोहित इस सरकार को जगाने के लिए और अंधेरे से निकालने के लिए आज कैंडल मार्च निकाला गया है। ग्रामीण अध्यक्ष विनोद प्रजापति ने कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है, जिसके कारण बहू बेटियां पूरी तरह से असुरक्षित महसूस कर रही हैं। बलात्कार की घटनाओं में मृत आत्माओं की शांति हेतु 2 मिनट का मौन रखा गया और उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गई। इस कार्यक्रम में हिंदू मुस्लिम सिख इसाई जैन बौद्ध सभी जाति और धर्म के लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपना आक्रोश व्यक्त किया। कैंडल मार्च कार्यक्रम में प्रमुख रुप से सुधाकर त्रिपाठी सुनील बाजपेयी अशोक यादव गोविंद त्रिपाठी स्वामी आनंद शुक्ला किसने दीक्षित शैलेंद्र मिश्रा ऋषि दुबे राकेश रावत सचिन वोहरा दीपू पांडे हेमलता शुक्ला प्रिया सिंह संध्या त्रिवेदी संगीता श्रीवास्तव अनूप त्रिपाठी आदि मौजूद रहे ।
बलात्कार व हत्याओं की बढ़ती घटनाओं पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी कानपुर नगर करेगी बड़ा आंदोलन कैंडल मार्च से करी शुरुआत