कानपुर नगर, गोविन्द नगर विधानसभा सीट पर उप चुनाव को लेकर तिथि की घोषणा हो चुकी है। निर्वाचन आयोग ने भी शंातिपूर्ण चुनाव कराने को लेकर सम्बन्धित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर चुके है। राजनैतिक दलों में भी चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है। बहुजन समाज पार्टी ने कांग्रेस छोड़कर आए देवी तिवारी को बसपा का प्रत्याशी बनाकर अपने पत्ते सबसे पहले खेल दिए। दो बार की रनर ही कांग्रेस ने भी युवा चेहरे पर दाव लगाया है और करिश्मा ठाकुर को प्रत्याशी घोषित कर दिया। वहीं भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ने अपने प्रत्याशी अभी भी घोषित नही किए है। भाजपा ने तो शास्त्री नगर स्थित केंद्रीय चुनाव कार्यालय का विधिवत तरीके से पूजा पाठ करके उदघाटन किया लेकिन अभी प्रत्याशी की घोषणा नही हुई। उपचुनाव में जहां कांग्रेस और बसपा ने अपने पत्ते खोल दिये है वहीं समाजवादी पार्टी और भाजपा का प्रत्याशी तय नही हो सका है। खबर यह भी है कि भाजपा में सबसे ज्यादा टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है। लगभग दो दर्जन नेताओं ने टिकट के लिए लखनऊ से दिल्ली तक जोर लगा रखा है। हाल ही मंे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शास्त्री नगर सेंटर पार्क में रैली हुई थी, जिसमें दावेदारों ने अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाया था। सत्यदेव पचौरी इस सीट से विधायक दो बार बने है। 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हे नगर सीट से मैदान में उतारा और वह चुनाव भी जीते। अब यहां उप चुनाव होना है। भाजपा का गढ़ गोविंद नगर विधानसभा मानी जाती है। मोदी और योगी को लोकप्रियता के सहारे भाजपा पर कोई भी नेता इस सीट से टिकट पाकर चुनाव जीत सकता है। ऐसा पार्टी गलियारों में दावा है। बीते चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी को यहां के मतदाताओं ने भरपूर वोट दिया। 2017 विधानसभा चुनाव में सपा का कांग्रेस से गठबंधन था, जिसके चलते यह सीट कांग्रेस के खाते में गयी, लेकिन गठबंधन से पूर्व सपा ने सुनील शुक्ला को प्रत्याशी बनाया था लेकिन सपा परिवार में हुई घमासान के बाद राजकुमारी कुशवाहा को टिकट दिया गया। ऐन वक्त पर उनका भी टिकट काटकर रावतपुर गांव से पार्षद योगेन्द्र कुशवाहा योगी को टिकट मिला। इस बार सपा अकेले चुनाव लडने का ऐलान कर चुकी है। पार्टी से टिकट के लिए कई दावेदार मैदान में है। योगेन्द्र कुशवाहा योगी तो अपनी टिकट पक्की मानकर चुनावी प्रचार करने में भी जुटे है लेकिन इनके अलावा लगभग एक दर्जन नेता भी टिकट की लाइन में है।