कानपुर। आधी रात सूनसान जगह पर लूट और चैरी के माल का बटवारा कर रहे दो बदमाशों को काफी महंगा पड़ गया। पुलिस की नजरों से बदमाश पूरी तरह से घिर गए और उनकी मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग करके दोनों बदमाशों को दबोच लिया और लूट का काफी माल भी बरामद कर लिया। पुलिस ने जब पूछताछ की तो एक बदमाश शातिर हिस्ट्रीशीटर और कई मामलों में वांछित निकला। सीसामऊ पुलिस की इस सफलता पर उच्चाधिकारियों ने भी प्रशंसा की। सीसामऊ थानाप्रभारी संतोष आर्य, बजरिया थाना प्रभारी राममूर्ति यादव और चमनगंज थाने की फोर्स के साथ जरीब चैकी के पास गश्त पर थे। सीओ शैलेंद्र सिंह के मुताबिक इसी दौरान सूचना मिली कि कॉटन मिल के पास बदमाश किसी वारदात के इरादे से घूम रहे हैं। पुलिस टीम के पहुंची तो देखा दो बदमाश आपस में लूट के माल का बटवारा करके निकलने की फिराक में हैं। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाशों के पैर में गोली लग गई। पुलिस ने राजेश बाथम और बेकनगंज के मोहम्मद फिरोज उर्फ अजमेरी को पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि राजेश फजलगंज के हिस्ट्रीशीटर बदमाश है और उसपर कई मुकदमे हैं, वहीं अजमेरी भी शातिर लुटेरा है। उनके पास एक पॉलीथिन से सोने के तीन हार, तीन अंगूठी, छह कंगन, झुमके आदि जेवर और 15 हजार रुपये बरामद किए। बदमाशों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही कैंट, छावनी और बजरिया में चैरी की वारदातें की थीं। थाना प्रभारी संतोष आर्य ने बताया कि आरोपित हिस्ट्रीशीटर राजेश बाथम फजलगंज गुमटी नंबर पांच का रहने वाला है और डी 86 गैंग का सरगना है। उस पर चैरी, नकबजनी, लूट, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर एक्ट के 18 मुकदमे हैं। वहीं नाजिरबाग बेकनगंज निवासी फिरोज उर्फ अजमेरी पर चैरी, लूट, हत्या का प्रयास आदि धाराओं के आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस गिरोह के बाकी साथियों का भी पता लगा रही है।
लूट के माल का बटवारा कर रहे थे दो शातिर बदमाशों सेे मुठभेड़