कानपुर
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रदेश सचिव आशीष चौबे ने महान क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि
वह भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी व क्रांतिकारी थे चंदशेखर आजाद व अन्य सदस्यों के साथ मिलकर उन्होंने देश की आजादी के लिए अभूतपूर्व साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुकाबला किया था
श्री चौबे ने कहा कि सरदार भगत सिंह जी ने केंद्रीय संसद सेंट्रल असेंबली में बम विस्फोट करके ब्रिटिश सम्राट के विरुद्ध खुले विद्रोह को बुलंदी प्रदान की थी और असेंबली में बम फेंकने के बाद भी भागे नहीं थे भागने से मना कर दिया जिसके फलस्वरूप उन्हें 23 मार्च 1931 को उनके दो अन्य साथियों राजगुरु तथा सुखदेव के साथ फांसी पर लटका दिया गया था सारे देश ने उनके बलिदान को बड़ी गंभीरता से याद किया था सरदार भगत सिंह जी ने जेल में बंद रहते हुए अपनी पुस्तक में लिखा कि मजदूरों का शोषण करने वाला चाहे एक भारती ही क्यों ना हो वह उनका शत्रु है सरदार भगत सिंह जी को हिंदी के अलावा उर्दू पंजाबी का अंग्रेजी के अलावा बांग्ला भाषा भी बहुत अच्छे से आती थी
कार्यक्रम में में सर्व श्री सुनील बाजपेयी ,हरी कुशवाहा ,लोहिया वाहिंनी के अध्यक्ष आनंद शुक्ला, , किसलय दीक्षित ,बरुन गुप्ता, शैलेंद्र मिश्रा , ,राकेश रावत ,उद्देश बाजपेयी, विकास राघव चंदेल , पुष्पेंद्र यादव ,ऋषि दुबे ,दीपू पांडे , बबलू यादव ,संदीप श्रीवास्तव, विजय यादव , अभिषेक यादव , हिमांशु तिवारी , राजू खन्ना ,शशांक राजपूत ,गौरव देवतवा ल, ऋषि पांडे आदि मौजूद रहे